समुंद्र मंथन के समय एक शिक्षक (गुरुजी) वहां ड्यूटी पर थे।
समुंद्र मंथन के समय एक शिक्षक (गुरुजी) वहां ड्यूटी पर थे।
अमृत निकला, सब देवताओं ने अमृत पी कर खाली लोटा गुरुजी को दे दिया।
लोगों ने ख़ाली लोटा शिक्षक के पास देख सोचा इसका मतलब पूरा अमृत शिक्षक ने पिया है।
तब से हर जगह हर हालात में शिक्षकों को अमर मान कर उनकी ड्यूटी लगाई जाती है।
😀😀😀
*एक भड़का हुआ शिक्षक* 🤔
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